“देश का निर्माण, वरिष्ट नागरिकों की सेवा देश की सेना, धर्मोका सम्मान – राष्ट्र एकता का सम्मान, भाषा का सम्मान राष्ट्र निर्माण का सम्मान, संसकृति का आदर समाज का आदर हमारा धर्म है।”
पार्टी की प्राथमिकताएः
शिक्षा
सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी प्रगति प्राप्त करने के लिए मूल्याधारित शिक्षा, समावेशी शिक्षा, घुमन्तु जनजातियों तथा अञ्य वंचित वर्गों की शिक्षा और उनकी शिक्षा जिनको अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है, पर विशेष बल दिया जाएगा।
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना। हमारा कर्तव्य है कि युवाओं की आशाओं तथा आकांक्षाओं को साकार करने में सहायता और उन्हें चुनौतियों का सामना करने और उन्हें अवसर में बदलने में सक्षम बना “युवा भारत” के सरोकारों के अनुरूप नीति निर्माण करके तथा युवाओं की प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्च को सामने रख कर इरा कार्य को पूरा करेंगे।
भारतीय समरदाय, जाति और लिंग की सीमाओं से ऊपर हो कर समृद्धशाली राष्ट्र के निर्माण में बराबर का भागीदार बनाने तथा उस समृद्धि का बराबर का लाभार्थी बनाने के लिए कार्य करना है।
सामाजिक न्याय के प्रति जागरुक बनाना। समाज में दलित जनजातीय तथा कमजोर वर्गों के उत्पीड़न को रोकला। समाज के दलित, पिछड़े एवं वंचित वर्गों के लिए उद्यमशीलता
किसानों की बदहाली की अनदेखी की गई है। किसानों को विश्चित आय दिलाना, बदले कर्जा के बोझ से किसानों को मुक्त करवा तथा, भारत के किसानों को ऋण मुक्त करने के लिए काम करना।
उपभोक्ताओं के अधिकारों को और अधिक मजबूत किया पंचायती रा ग्राम स्तर तक सुशासन को सशक्त बनाने के लिए पंचायती राज संस्थानों को सकूद करना। पंचायती राज संस्थानों तथा स्थानीय शहरी संस्थानों के
भारतीय भाषाएं अपने समृद्ध साहित्य, इतिहास, संस्कृति, कला और वैज्ञानिक उपलब्धियों का संचित कोष है। हमारी कई बोलियां अपने विरारात को जानने के अमूल्य स्रोत है। संस्कृति, तमिल, मैथिली, भोजपुरी एवं उर्दू सहित सभी भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन करना।